Bigdi Meri Bana De Ae Sherawali Maiya Lyrics: यह भजन देवी दुर्गा के शेरावाली रूप की महिमा का गान है और भक्तों की आस्था और समर्पण को व्यक्त करता है। इसमें भक्त अपनी माँ से आशीर्वाद की प्रार्थना करता है, ताकि उसकी बिगड़ी हुई स्थिति सुधर सके और उसे माँ की कृपा से शांति और सुख प्राप्त हो। भजन में भक्त ने माँ से अपनी सभी परेशानियों को दूर करने की कामना की है और यह दर्शाया है कि देवी शेरावाली अपनी कृपा से हर मुसीबत से उबारने वाली हैं।
भजन में “बिगड़ी मेरी बना दे” का बार-बार प्रयोग होता है, जो यह दर्शाता है कि भक्त अपनी गलतियों और कष्टों को दूर करने के लिए माँ से सहायता की प्रार्थना करता है। “माँ भव सिंधु तारी हो” जैसे शब्द यह दर्शाते हैं कि माँ भक्तों को जीवन के समुद्र से पार लगाने वाली हैं।
इस भजन के माध्यम से भक्त माँ से अपनी जीवन की कठिनाइयों से उबरने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने की विनती करता है। यह भजन न केवल श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक है, बल्कि यह हमें यह भी सिखाता है कि देवी माँ की शक्ति से हम किसी भी कठिनाई का सामना कर सकते हैं।